✅ सीपी राधाकृष्णन: NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार – पूरी जीवनी, राजनीतिक सफर और रणनीतिक महत्व

सीपी राधाकृष्णन कौन हैं?

सीपी राधाकृष्णन (C. P. Radhakrishnan) एक वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। अगस्त 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। इस नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अंतिम मुहर लगाई।


शुरुआती जीवन और शिक्षा

  • जन्म: 20 अक्टूबर 1957, तिरुप्पुर (तमिलनाडु)
  • शिक्षा: वी.ओ. चिदंबरम कॉलेज, कोयम्बटूर से BBA (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन)
  • खेल: कॉलेज जीवन में वह टेबल टेनिस चैंपियन रहे और लंबी दूरी के धावक भी थे। उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल खेलना भी पसंद था।

उनका शुरुआती जीवन साधारण परिवार में बीता, लेकिन संघ (RSS) और जनसंघ के साथ शुरुआती जुड़ाव ने ही उनके राजनीतिक जीवन की दिशा तय की।


राजनीतिक सफर

सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर बेहद लंबा और विविधतापूर्ण रहा है:

  1. भाजपा से जुड़ाव: 1980 के दशक में सक्रिय राजनीति में आए और भाजपा में तेजी से आगे बढ़े।
  2. लोकसभा सांसद:
    • 1998 और 1999 में लगातार कोयम्बटूर सीट से सांसद चुने गए।
  3. प्रदेश अध्यक्ष: भाजपा तमिलनाडु इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी रहे।
  4. संगठनात्मक भूमिका: संघ और भाजपा के बीच पुल की भूमिका निभाते हुए उन्होंने कई बड़े चुनाव अभियानों को सफलतापूर्वक संचालित किया।

राज्यपाल के रूप में कार्यकाल

सीपी राधाकृष्णन को एक अनुभवी प्रशासक भी माना जाता है।

  • महाराष्ट्र के राज्यपाल (2024 से)
  • झारखंड के राज्यपाल
  • साथ ही उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला।

उनके कार्यकाल में कई बार राजनीतिक संकट आए, जिन्हें उन्होंने संतुलित तरीके से संभाला।


NDA द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन

एनडीए ने 2025 में उन्हें उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया।

  • भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आधिकारिक घोषणा की।
  • पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद नाम पर सहमति बनी।
  • यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया, ताकि विपक्ष को मजबूत संदेश दिया जा सके।

रणनीतिक महत्व

सीपी राधाकृष्णन के नामांकन को केवल व्यक्तिगत उपलब्धि के रूप में नहीं, बल्कि एक रणनीतिक राजनीतिक कदम भी माना जा रहा है।

  1. दक्षिण भारत में पैठ
    • तमिलनाडु और केरल में भाजपा की पकड़ अपेक्षाकृत कमजोर है।
    • राधाकृष्णन का नाम दक्षिण भारत में पार्टी की छवि को मजबूत कर सकता है।
  2. RSS से गहरा जुड़ाव
    • संघ के साथ उनकी करीबी उन्हें विचारधारा की दृष्टि से भरोसेमंद चेहरा बनाती है।
  3. सामाजिक संतुलन
    • पिछली बार जगदीप धनखड़ की उम्मीदवारी के बाद कुछ आलोचनाएँ उठी थीं।
    • इस बार एक संतुलित और स्वीकार्य नाम पर मुहर लगाकर पार्टी ने एकता का संदेश दिया है।

व्यक्तिगत जीवन

  • सीपी राधाकृष्णन का जीवन बेहद सादगीपूर्ण है।
  • उन्हें खेल और सामाजिक कार्यों में विशेष रुचि है।
  • राजनीति में आने से पहले वह व्यवसाय से जुड़े हुए थे।

FAQs: सीपी राधाकृष्णन के बारे में सामान्य प्रश्न

Q1. सीपी राधाकृष्णन कौन हैं?
➡️ वे वरिष्ठ भाजपा नेता और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं।

Q2. उन्हें उपराष्ट्रपति उम्मीदवार क्यों बनाया गया?
➡️ दक्षिण भारत में पैठ बढ़ाने और संतुलित नेतृत्व प्रस्तुत करने के लिए।

Q3. उनका जन्म कहाँ हुआ था?
➡️ 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में।

Q4. उनका शिक्षा क्षेत्र क्या है?
➡️ उन्होंने कोयम्बटूर से BBA की पढ़ाई की।

Q5. उनका राजनीतिक करियर कैसे शुरू हुआ?
➡️ संघ और जनसंघ से जुड़कर, बाद में भाजपा के सक्रिय सदस्य बने।

Q6. उन्होंने कौन-कौन से पद संभाले हैं?
➡️ दो बार सांसद, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, और कई राज्यों के राज्यपाल।


निष्कर्ष

सीपी राधाकृष्णन का नामांकन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि एक सोची-समझी राजनीतिक रणनीति है।
उनके अनुभव, संगठनात्मक क्षमता और दक्षिण भारत में पैठ को देखते हुए, यह फैसला भाजपा और एनडीए दोनों के लिए दीर्घकालिक राजनीतिक लाभ ला सकता है।

👉 उनके व्यक्तित्व में सादगी, संगठन से निष्ठा और राजनीतिक अनुभव का संगम देखने को मिलता है, जो उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।

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